Wednesday, March 28, 2018

पायरिया : कारण और निवारण

*पायरिया : कारण और निवारण*

आजकल पायरिया की शिकायत बहुत पायी जाती है। इसके लक्षण हैं- सुबह उठते ही मुँह कड़वा या चिपचिपा होना, मुँह से दुर्गन्ध आना, दाँतों में गर्म-ठंडा पानी लगना, मसूड़े फूलना, मसूड़ों से खून या मवाद निकलना, मसूड़ों में टीस होना आदि। इनमें से एक या अधिक लक्षण एक साथ हो सकते हैं।

यह रोग तथाकथित आधुनिक सभ्यता की देन है। डिब्बा बन्द खाद्य, सफेद चीनी, मैदा, पालिश किये हुए चावल, चोकर रहित आटा आदि का सेवन करना इसका प्रमुख कारण है। इनसे शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाती है। कैल्शियम की कमी से शरीर की हड्डियाँ कमजोर या खोखली हो जाती हैं। हमारे दाँत भी एक प्रकार की हड्डी हैं।

पायरिया को गलती से केवल दाँतों की बीमारी मान लिया जाता है। वास्तव में यह दाँतों के साथ साथ पेट की भी बीमारी है। जब लम्बे समय तक कब्ज बना रहता है और दाँत-मसूड़े भी कमजोर हो जाते हैं तब यह बीमारी होती है। इसलिए पायरिया में दाँतों से पहले पेट का इलाज करना चाहिए। जो लोग केवल किसी टूथपेस्ट या मंजन के सहारे पायरिया दूर करने का दावा करते हैं वे झूठे और ठग हैं।

आप चाहे कोई भी मंजन या पेस्ट कितने भी सालों तक करते रहें, लेकिन जब तक क़ब्ज़ और कैल्शियम की कमी दूर नहीं होगी, तब तक पायरिया नहीं जाएगा। कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए आपको अपने भोजन में चोकर सहित आटा, हाथ के कुटे चावल, अंकुरित अन्न, हरी सब्ज़ियाँ, दूध, केला, मूँगफली, नारियल, सूखे मेवा आदि को शामिल करना चाहिए और सफेद चीनी की जगह गुड़ का उपयोग करना चाहिए।

मसूड़ों की तकलीफ प्राय: विटामिन सी की कमी से भी होती है। इसलिए हमारे आहार में खट्ठे फलों जैसे नीबू, संतरा, सेव, अनन्नास आदि का भी समावेश होना चाहिए। इसके साथ ही कब्ज को दूर करना भी आवश्यक है। इसके लिए भारी चीजें खाना बंद करके फल, सलाद और सब्जी अधिक खानी चाहिए और खूब पानी पीना चाहिए।

दाँतों और मसूड़ों को मज़बूत करने के लिए महीन पिसे हुए सेंधा नमक तथा सरसों के तेल के पेस्ट का मंजन प्रतिदिन एक या दो बार करना चाहिए। दाँतों पर नीबू का छिलका अन्दर बाहर रगड़ना चाहिए। जहाँ तक सम्भव हो ब्रश का अधिक उपयोग न करें क्योंकि उससे मसूड़े छिल जाते हैं। इसकी जगह नीम या देशी बबूल की दातुन बेखटके की जा सकती है।

मुख की दुर्गंध बाहर न आये और पास बैठे व्यक्तियों को असुविधा न हो, इसके लिए जाडों में लौंग (लवंग) तथा गर्मियों में छोटी इलायची चबाते रहना चाहिए। ऐसे लोगों को पान सुपाड़ी कभी नहीं खानी चाहिए।

ऐसा करने से केवल १५-२० दिन में पायरिया निश्चित ही दूर हो जाएगा।

-- *विजय कुमार सिंघल*
चैत्र शु. १२, सं २०७५ वि (२८ अप्रेल, २०१८)

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