Tuesday, May 8, 2018

Benefits Of Eating Rice


चावल खाएं, सेहत पाएं, वजन घटाएं :

हम पूजा में भगवान को अक्षत चढ़ाते हैं
6 माह के बच्चे को सबसे पहले अन्न में चावल दिया जाता है
हम बीमार होने पर दाल चावल या दही चावल या खिचड़ी खाते हैं
हम बुजुर्गों को सुपाच्य भोजन में खिचड़ी खिलाते हैं
यहां तक कि हम पिंडदान भी चावल का करते हैं

 क्योंकि वास्तव में चावल सेहत देता है

चावल में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, इसेंशियल अमीनो एसिड, विटामिंस एवं मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं l

चावल ही ऐसा अन्न है जिसे पकाने में सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है इसलिए चावल खाने पर पेट जल्दी भरता है।

चावल से आंतों मे अच्छे बैक्टीरिया पनपते हैं जो पाचनतंत्र मजबूत करते हैं ।

चावल का प्रोटीन शाकाहारी लोगों के लिए सर्वोत्तम प्रोटीन होता है।

चावल में शरीर के लिए अति आवश्यक अमीनो एसिड जैसे कि lysine, methionine, branched chain amino acids, tryptophan इत्यादि होते हैं।

Lysine amino acid ग्रोथ हार्मोन बनाने में मदद करता है जो कि हमारे शरीर की ग्रोथ और रिपेयर के लिए आवश्यक होता है। गहरी नींद में ग्रोथ हार्मोन का लेवल ज्यादा होता है और शरीर की कोशिकाओं, हड्डियों, मांसपेशियों एवं skin की रिपेयरिंग करता है। जिससे यह सभी अंग मजबूत बनते हैं। बाल मजबूत होते हैं और चेहरे पर झुर्रियां नहीं आती हैं।

Tryptophan amino acid सिरोटोनिन नामक हार्मोन बनाता है जो कि अनिद्रा एवं डिप्रेशन की समस्या मे लाभदायक होता है। इसलिए रात के भोजन में चावल खाना ज्यादा लाभकारी होता है।

Methionine amino acid कॉलेजन फाइबर बनाता है जो स्किन और bones आदि को रिपेयर करके मजबूत बनाता है एवं methionine से एक प्रभावशाली एंटीआक्सीडेंट ग्लूटाथिओन (glutathione) बनता है जो शरीर से टॉक्सिन निकालकर हमें बीमारियों से बचाता है और यंग रखता है।

Branched chain amino acids भी चावल में प्रचुर मात्रा में होते हैं जो कि मांसपेशियों को मजबूत करते हैं और चर्बी घटाते हैं। branched chain amino acids को जिम जाने वाले, सेहत के प्रति सजग लोग सप्लीमेंट के रूप में लेते हैं।

चावल में मौजूद फाइबर कब्जी की समस्या से मुक्ति दिलाते हैं।

चावल को दालें, दही या सब्जियों के साथ मिलाने पर एवं ऊपर से घी डालकर खाने से उसकी ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम हो जाती है जिससे ब्लड में शुगर धीरे-धीरे पहुँचती है जो कि केवल डायबिटीज के मरीजों के लिए ही नहीं बल्कि सभी व्यक्तियो के लिए बेहद लाभकारी होता है एवं बीमारियों से बचाए रखता है ।

चावल किसी ब्रांड के ना ला कर लोकल एरिया के ही लाने चाहिए।

चावल डबल पॉलिश के नहीं लाने चाहिए बल्कि सिंगल पॉलिश या hand pounded लाने चाहिए। क्योंकि double polish में चावल के फाइबर नष्ट हो जाते हैं।

ब्राउन राइस नहीं खाना चाहिए क्योंकि वह पाचन की दृष्टि से भारी होते हैं एवं उनमें मौजूद अत्यधिक फाइबर, अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण में अवरोध पैदा करते हैं। ब्राउन राइस कई लोगो में कब्जी भी बढ़ाता है।

साधारण व्यक्ति, डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति, मोटापा या हाई ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति एवं सभी व्यक्ति दिन में 3 बार आराम से चावल उसी प्रकार खा सकते हैं जैसे वे गेहूं या अन्य अनाज खा सकते हैं।

रात के भोजन में चावल खाना विशेषकर लाभप्रद होता है।

चावल को बदनाम करने के पीछे फ़ूड इंडस्ट्री की महत्वकांक्षाओं भरी साजिश है क्योंकि यदि गेहूं और चावल को बदनाम न किया जाता तो पैकेट में आने वाले हाई फाइबर ओट्स, कॉर्नफ्लेक्स मल्टीग्रेन आटा, मल्टीग्रेन बिस्किट, लो कैलोरी, लो कोलेस्ट्रॉल, ट्रांस फैट फ्री फूड प्रोडक्ट्स इत्यादि घर घर कैसे पहुंचाए जाते ......क्योंकि चावल और गेहूं भारत में प्रधान अनाजों के रुप में खाए जाते है।

Dr Neelam Khandelwal
MBBS, MD, Fellowship in applied nutrition
9269744212


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