Monday, June 24, 2019

खर्राटों को छुटकारा पाने के लिए अपनाएं निम्न घरेलू उपाय

*खर्राटों को गम्भीरता से लें एवम इनसे छुटकारा पाने के लिए अपनाएं निम्न घरेलू उपाय।*

क्या आप भी रात में खर्राटे लेने की समस्या से ग्रस्त हैं? तो इसे गंभीरता से लें। जीं हां नींद में खर्राटे लेने की आदत से आप न केवल अपने साथी की नाराजगी का शिकार हो सकते हैं, वरन इससे आपके शरीर पर अन्य बहुत से दुष्प्रभाव भी पड़ते हैं। ध्यान रखें कि यह आपको असाध्य रोगों की और भी ले जा सकता है।  खर्राटे की समस्या आजकल इतनी सामान्य हो गई है कि लोगों ने इसे अब बीमारी समझना ही छोड़ दिया गया है। हालांकि खर्राटे की समस्‍या को प्रारंभिक अवस्‍था में घरेलू उपायों की मदद से पूरी तरह से दूर किया जा सकता है। खर्राटे लेने के कई कारण हो सकते हैं जैसे, स्वसन प्रणाली की नित्य सफाई न करना, एलर्जी, नाक की सूजन, जीभ मोटी होना, मोटापा,अधिक धूम्रपान करना, शराब या नशीले पदार्थों का सेवन करना और रात को अधिक भोजन करना आदि। अतः - दिनभर भरपूर पानी पीएं, मोटापा घटाएं, रात्रि का भोजन कम करें, बायीं करवट से सोएं। धूम्रपान, शराब के सेवन, नींद की गोलियों के सेवन से बचें। निश्चित समय पर सोये, नित्य गले की मांसपेशियों के व्यायाम करें, नमक कम खाएं, सिर थोड़ा ऊंचा रखकर सोएं।
*1* सबसे पहले आपको एक बात सदैव स्मरण रखनी होगी कि आपकी स्वांस लेने की प्रक्रिया / स्वसन तंत्र व प्रणाली पूर्ण रूप से साफ, खुली हुई एवम सूजन रहित हो। इसके लिए आप नित्य जल नेति / रबड़ नेति प्रातः काल शुद्धि क्रियाओं के साथ नियमित करें एवम इसके पश्चात झटके से स्वांस बाहर फेंके, जिससे जल की कोई बून्द रह गयी हो वह भी निकल जाए या इसके लिए, उल्टे लेटकर माथे के नीचे उल्टी हथेलियां रखकर कुछ देर लेटे। ( प्रारम्भ में किसी योग शिक्षक की देख रेख में यह क्रिया करें।) रात्रि सोते समय नियम से देशी गाय का घी स्वतः पिघला हुआ दोनों नाकों में दो दो बूंद डालकर कुछ समय सीधे लेटे। खर्राटे लेने 4-5 दिन में आने समाप्त और एक चमत्कार के दर्शन। देशी  गाय के घी की अनुपलब्धता पर बादाम रोगन का उपयोग करें। कुछ और घरेलू उपाय भी आप प्रयोग कर सकते हैं
*2 हल्दी का इस्तेमाल*

हल्दी में एंटी-सेप्ट‍िक और एंटी-बायोटिक गुणों के कारण, इसके इस्तेमाल से नाक का रास्‍ता साफ हो जाता है जिससे सांस लेना आसान हो जाता है। रात को सोने से पहले रोजाना हल्‍दी का दूध पीने से खर्राटों की समस्‍या से बचा जा सकता है।

*3 ऑलिव ऑयल भी है फायदेमंद*

ऑलिव ऑयल एक बहुत ही कारगर घरेलू उपाय है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण की मौजूदगी श्वसन तंत्र की प्रक्रिया को सुचारू बनाए रखने में बहुत फायदेमंद होती है। साथ ही यह दर्द को कम करने में मदद करता है। एक आधा छोटी चम्‍मच ऑलिव ऑयल में सामान मात्रा में शहद मिलाकर, सोने से पहले नियमित रूप से लें। गले में कंपन को कम करने और खर्राटों को रोकने के लिए नियमित रूप से इस उपाय का प्रयोग करें।

*4 इलायची का सेवन*

इलायची सर्दी खांसी की दवा के रूप में काम करती हैं। यानी यह श्वसन तंत्र खोलने का काम करती है। इससे सांस लेने की प्रक्रिया सुगम होती है। रात को सोने से पहले इलायची के कुछ दानों को गुनगुने पानी के साथ मिलाकर पीने से समस्‍या से राहत मिलती है। सोने से पहले इस उपाय को कम से कम 30 मिनट पहले करें।

*5 पुदीने का तेल*

पुदीने में कई ऐसे तत्व मौजूद होते हैं जो गले और नाक के छिद्रों की सूजन को कम करने का काम करते हैं। इससे सांस लेना आसान हो जाता है। सोने से पहले पिपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदों को पानी में डालकर उससे गरारे करें। इस उपाय को कुछ दिन तक करने से आपको जल्‍द ही फर्क दिखाई देने लगेगा।

*6 लहसुन का प्रयोग*

लहसुन, नासिका मार्ग में बलगम के निर्माण और श्वसन प्रणाली में सूजन को कम करने में मदद करता है। अगर आप साइनस रुकावट के कारण खर्राटे लेते हैं तो, लहसुन आपको राहत प्रदान करता है। लहसुन में हीलिंग गुण होते है। जो ब्लॉकेज को साफ करने के साथ ही श्वसन-तंत्र को भी बेहतर बनाते है। अच्छी और चैन की नींद के लिए लहसुन का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद है। एक या दो लहसुन की कली को पानी के साथ लें। इस उपाय को सोने से पहले करने से आप खर्राटों से राहत पा चैन की नींद ले सकते हैं।।   *योग का खर्राटों को रोकने में प्रभाव*              खर्रांटों को रोकने के लिए आप  निम्नलिखित योगासन एवम प्राणायाम  कर सकते हैं, जो प्रभावी हैं, क्योंकि इनके करने से गले की मांसपेशियों का व्यायाम हो जाता है।
*आसन*
भुजंगासन | Bhujangasan
धनुरासन | Dhanurasana
सिंहगर्जनासन | Simha Garjasana
*प्राणायाम*                             भ्रामरी प्राणायाम | Bhramari Pranayama
कपालभाति प्राणायाम | Kapalbhati Pranayama
नाड़ी शोधन प्राणायाम | Nadi Shodhan Pranayama
उज्जई प्राणायाम | Ujjayi Pranayama।                                कृपया खर्राटों को हल्के में न लें एवम प्रयासरत रहे कि इनसे छुटकारा मिल जाये, जिससे आपकी स्वस्थ जीवन यात्रा सुगमता से चलती रहे। धन्यवाद ---  जग मोहन गौतम

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