Saturday, September 25, 2021

लिवर की समस्या से छुटकारा पाना है तो

लिवर की समस्या से छुटकारा पाना है तो जाने ये 8 नुस्खे

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यह तो आप जानते ही होंगे कि लिवर हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक है। यह हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। इसके अतिरिक्त भी लिवर के अनेक काम हैं।

बोलना ग़लत न होगा कि हमारा स्वास्थ्य प्रत्यक्ष रूप से हमारे लिवर के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। सबसे अच्छी वस्तु यह है कि हमारा लिवर ख़ुद ब ख़ुद क्षतिग्रस्त सेल्स को रिप्लेस कर देता है, लेकिन अफ़सोस की बात यह है कि हमारी कुछ आदतें लिवर को इतना क्षतिग्रस्त कर देती हैं कि उसे अच्छा कर पाना नामुक़िन हो जाता है। तो जानिए क्या हैं ये आदतें, ताकि समय रहते उन्हें सुधारकर आप अपने लिवर को ख़राब होने से बचा सकें।


*शराब का सेवन*


शराब हमारे लिवर का सबसे बड़ा शत्रु है। यह लिवर के लिए धीमे जहर का कार्य करता है। जरूरत से अधिक शराब का सेवन करने से लिवर की कार्यक्षमता घटती है व यह शरीर से ठीक तरीका से टॉक्सिन्स निकालने में असमर्थ हो जाता है। हाल ही में हुए अध्ययनों से यह सिद्ध हुआ है कि दिनभर में तीन या उससे अधिक ग्लास शराब का सेवन करने से लिवर कैंसर होने का ख़तरा बढ़ जाता है।


*दवाओं का अत्यधिक सेवन*


बहुत से लोगों को छोटे-मोटे दर्द में बिना चिकित्सक की सलाह लिए पेन कातिल खाने की आदत होती है। यह आदत लिवर के लिए बेहद हानिकारक है, क्योंकि पेन कातिल लिवर व किडनी को नुक़सान पहुंचा सकती है। इसके अतिरिक्त कुछ लोग फिट रहने व वज़न कम करने के लिए भिन्न भिन्न तरह के सुन्दर विज्ञापनों से देखकर दवाएं ले लेते हैं। इन दवाओं के सेवन से भी लिवर को नुक़सान पहुंचता है। पैरासिटामोल भी लिवर के लिए नुक़सानदेह साबित हो सकती है। डॉक्टरों के मुताबिक़ पैरासिटामोल की हैवी डोज़ लिवर को नाकाम कर सकती है। शराब पीने वालों के लिवर को यह दवा दुगुना नुक़सान पहुंचाती है। इसलिए बेहतर यही होगा कि आप ख़ुद को पेन कातिल का अधीन न बनाएं व चिकित्सक की सलाह लिए बिना इनका सेवन न करें।


*धूम्रपान*


सिगरेट लिवर को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करती है। सिगरेट के धुंए में पाए जाने वाले जहरीले केमिकल्स अंत में लिवर तक पहुंचते हैं व लिवर सेल्स को नुक़सान पहुंचाते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपका लिवर स्वस्थ रहे तो सिगरेट पीने की आदत छोड़ दें।


*नींद की कमी*


जरनल ऑफ एनॉटमी में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक़ नींद की कमी से लिवर पर अधिक दबाव पड़ता है। लिवर के साथ साथ अपने शरीर के अन्य अंगों को अच्छा रखने के लिए हमें 8 घंटे की नींद लेना ज़रूरी होता है।


*ज़्यादा प्रोटीन का सेवन*


शोध कहते हैं कि अधिक मात्रा में प्रोटीन का सेवन शरीर के लिए नुक़सानदेह होता है। पर्याप्त कार्बोहाइड्रेट के बिना ज़्यादा प्रोटीन का सेवन लिवर से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है इसलिए मीट व अंडे के साथ हरी सब्ज़ियां व स्टार्च भी भरपूर मात्रा में ग्रहण करना चाहिए।


*मोटापा*


मोटापा भी लिवर के लिए ख़तरनाक होता है। ज़्यादा खाने से शरीर में चर्बी बढ़ जाती है, जो स्टोरिंग सेल से बाहर आकर लीवर में जमा होने लगती है। जिससे लिवर डैमेज होने लगता है। इतना ही नहीं, लिवर के फैटी होने से हार्ट व कैंसर का ख़तरा भी बढ़ जाता है इसलिए अपने आहार व एक्सरसाइज़ पर ध्यान दें। इन दोनों पर ध्यान न देने की आदत आपका फैट की चर्बी बढ़ा सकती है व जैसा कि हमने बताया फैट की चर्बी आपके लिवर के लिए नुक़सानदायक होता है।


*अत्यधिक मात्रा में प्रोसेस्ड फूड का सेवन*


ज़रूरत से ज़्यादा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से लिवर के ख़राब होने का ख़तरा बढ़ जाता है, क्योंकि प्रोसेस्ड फूड में भरपूर मात्रा में प्रिज़र्वेटिव्स, एडिटिव्स व आर्टिफिशियल स्वीटनर्स होते हैं, जो लिवर को नुक़सान पहुंचाते हैं।


*नाश्ता न करना*


सुबह का नाश्ता सबसे जरूरी भोजन होता है। क्योंकि जब हम प्रातः काल उठते हैं तो एनर्जी बहुत कम होती है, ऐसे में नाश्ता न करने से शरीर का एनर्जी लेवल व कम हो जाता है व लिवर को अपना कार्य करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए भूल कर भी प्रातः काल का नाश्ता स्किप न करें, यह आपके शरीर और मस्तिष्क दोनों के लिए ज़रूरी है।



*करें इन चीज़ों का सेवन*


 डेली डायट में सेब व हरी सब्ज़ियों की मात्रा बढ़ा दें। सेब व पत्तेदार सब्जियों में उपस्थित पेक्टिन पाचन तंत्र में मौजूद विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर लिवर की रक्षा करता है। इसके अलावा, हरी सब्ज़ियां पित्त के प्रवाह को बढ़ाती हैं।


 एवोकैडो व अखरोट को अपने आहार में शामिल कर आप लिवर की बीमारियों के आक्रमण से बच सकते हैं। एवोकैडो व अखरोट में मौजूद

ग्लुटथायन, लिवर में जमा विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालकर इसकी सफ़ाई करता है।


 लिवर की बीमारियों के उपचार के लिए मुलेठी का प्रयोग कई आयुर्वेदिक औषधियों में किया जाता है। इसके प्रयोग के लिए मुलेठी की जड़ का पाउडर बनाकर इसे उबलते पानी में डालें। फिर ठंड़ा होने पर छान लें। इस पानी को दिन में एक या दो बार पीएं।


हल्दी लीवर के लिए बहुत फ़ायदेमंद होती है। इसमें एंटीसेप्टिक गुण उपस्थित होते हैं व यह एंटीऑक्सिडेंट के रूप में काम करती है। अतःहल्दी को अपने खाने में शामिल करें या रात को सोने से पहले एक ग्लास दूध में थोड़ी-सी हल्दी मिलाकर पीएं।


 एप्पल साइडर विनेगर लिवर में उपस्थित विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। खाने से पहले एप्पल साइडर विनेगर पीने से शरीर की चर्बी घटती है। एक गिलास पानी में एक चम्मच एप्पल साइडर विनेगर सिरका मिलाएं व इसे दिन में दो से तीन बार लें।


आंवला भी लिवर के लिए बहुत फ़ायदेमंद होता है। इसमें लिवर को सुरक्षित रखने वाले सभी तत्व उपस्थित होतो हैं। लिवर के स्वस्थ रखने के लिए दिन में 4-5 कच्चे आंवले का सेवन करें।

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*पथरी के लिए घरेलू उपचार* 
 
नारियल का पानी पीने से पथरी में फायदा होता है। पथरी होने पर नारियल का पानी पीना चाहिए।

15 दाने बडी इलायची के एक चम्मच, खरबूजे के बीज की गिरी और दो चम्मच मिश्री, एक कप पानी में मिलाकर सुबह-शाम दो बार पीने से पथरी निकल जाती है।

पका हुआ जामुन पथरी से निजात दिलाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पथरी होने पर पका हुआ जामुन खाना चाहिए।

आंवला भी पथरी में बहुत फायदा करता है। आंवला का चूर्ण मूली के साथ खाने से मूत्राशय की पथरी निकल जाती है।

जीरे और चीनी को समान मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच ठंडे पानी से रोज तीन बार लेने से लाभ होता है और पथरी निकल जाती है।

सहजन की सब्जी खाने से गुर्दे की पथरी टूटकर बाहर निकल जाती है। 

आम के पत्ते छांव में सुखाकर बहुत बारीक पीस लें और आठ ग्राम रोज पानी के साथ लीजिए, फायदा होगा।

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कमजोर इम्युनिटी का संकेत हैं ये 6 लक्षण, कोरोना से बचने को दें ध्यान
 

कोरोना वायरस के गंभीर खतरे से बचाने के लिए अभी तक वैक्सीन का ही सहारा है, ऐसे में हमारा इम्यून सिस्टम इस लड़ाई में सबसे अहम भूमिका निभाता है. डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना वायरस की चपेट में वो लोग आसानी से आ जाते हैं जिनकी इम्युनिटी कमजोर होती है.


इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे कि पहले से कोई बीमारी या फिर जरूरत से ज्यादा सिगरेट या शराब पीने की आदत. इसके अलावा पूरी नींद ना लेने और खराब खान-पान से भी इम्यून सिस्टम कमजोर होता है. इम्यून सिस्टम कमजोर होने से आप बार-बार बीमार पड़ सकते हैं और आपको ठीक होने में काफी वक्त लग सकता है. अगर आपमें ये 6 लक्षण दिखते हैं तो आपका इम्यून सिस्टम भी कमजोर है.


*हर समय थकान महसूस होना*
हमेशा थकान और सुस्ती महसूस होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे की नींद पूरी ना होना, तनाव, एनीमिया या क्रोनिक फेटीग सिंड्रोम. अगर आपको इसकी वजह पता नहीं चल रही है और पूरी नींद लेने के बाद भी आप थकान महसूस करते हैं तो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली यानी इम्यून सिस्टम कमजोर है.

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*बार-बार बीमार पड़ना*
मौसम बदलने पर बीमार पड़ना आम बात है, खासकर सर्दियों के महीनों में. लेकिन अगर आप हर मौसम में बार-बार बीमार पड़ते हैं, तो ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है. इम्यून सिस्टम बैक्टीरिया, वायरस और बीमारी से लड़ता है. अगर आप को अक्सर यूरिन इन्फेक्शन, मुंह के छाले, जुकाम या फ्लू की शिकायत रहती है तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें.


*एलर्जी की शिकायत*
बहुत से लोगों को एलर्जी की शिकायत होती है जिसकी वजह से उन्हें मौसमी बुखार होता रहता है. लेकिन अगर आपकी आंखों में हमेशा पानी रहता है, खाने की किसी चीज से आपको रिएक्शन हो जाता है, स्किन रैशेज, जोड़ों में दर्द और पेट में हमेशा दिक्कत रहती है तो ये भी आपके इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का एक संकेत हो सकता है.


*घाव भरने में समय लगना*
घाव भरने के दौरान स्किन पर सूखी पपड़ी बनती है जो खून को शरीर से बाहर निकलने से रोकती है. अगर आपका घाव जल्दी नहीं भरता है तो हो सकता है कि आपका इम्यून सिस्टम कमजोर हो गया हो. यही समस्या सर्दी और फ्लू के साथ भी है. ज्यादातर लोग एक सप्ताह के बाद ठीक हो जाते हैं, लेकिन अगर आपको अधिक समय फ्लू रहता है, तो हो सकता है कि आपका शरीर संक्रमण से नहीं लड़ पा रहा है.


*पाचन की समस्या*
आंतों में मौजूद बैक्टीरिया इम्यून सिस्टम पर सीधा प्रभाव डालते हैं. अगर आपको बार-बार दस्त, अल्सर, गैस, सूजन, ऐंठन, या कब्ज की शिकायत रहती है तो यह इस बात का संकेत हो सकता है कि आपका इम्यून सिस्टम सही से काम नहीं कर रहा है. प्रोबायोटिक्स, लैक्टोबैसिली और बिफीडो अच्छे बैक्टीरिया होते हैं और ये संक्रमण से आंत की रक्षा करते हैं. इन बैक्टीरिया की कम मात्रा भी इम्यून सिस्टम को कमजोर बनाती है.


कमजोर इम्यून सिस्टम सेहत पर सीधा प्रभाव डालता है जिसकी वजह से आपको थकावट से लेकर बाल झड़ने तक की शिकायत हो सकती है. अपनी इम्युनिटी मजबूत करने के लिए आपको हेल्दी डाइट के साथ एक्सरसाइज करना चाहिए और भरपूर नींद लेनी चाहिए.


कुछ स्टडीज में यह पाया गया है कि कुछ खाद्य पदार्थ स्वास्थ्य में सुधार करते हैं और शरीर में अन्य आक्रामक वायरस से लड़ने की क्षमता को मजबूत करते हैं. आइए जानते हैं कि इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आप डाइट में किन चीजों को शामिल कर सकते हैं.

*नोनी जूस-*
नोनी जूस को सुपर फ्रूट भी कहा जाता है। इसमें लगभग 196+ न्यूट्रिशन मिलते है। जो कि आपके शरीर की विभिन्न तरफ से स्वस्थ रहने में मदद करता हैं प्रतिदिन 10 ML से 30 ML की मात्रा (शरीर व वजन के हिसाब से कम ज्यादा हो सकती है) आपको जरूरत के न्यूट्रिशन प्रदान करता है। बच्चे, बड़े व बूढ़े व्यक्ति (सभी) इसका इस्तेमाल कर सकते है। व अपने इम्यून सिस्टम को ताकत प्रदान कर सकते है। खरीदने के लिए व ओर अधिक जानकारी के लिए हमे 7503033565 पर व्हाट्सएप्प करे। 
*400ML pack*
*MRP: 599/-* 


*लाल शिमला मिर्च-*
 फल और सब्जियों में लाल शिमला मिर्च में सबसे ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है. अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार, एक कप कटी हुई लाल शिमला मिर्च में लगभग 211 फीसदी विटामिन C होता है, जो कि संतरे में पाए जाने वाले विटामिन C का दोगुना होता है. 2017 में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार विटामिन सी शरीर में उन कोशिकाओं को मजबूत करता है जो इम्यूनिटी को बढ़ाते हैं. साथ ही यह श्वसन संक्रमण के खतरे को भी कम करता है. विटामिन सी शरीर के ऊतकों को भी मजबूत बनाता है.


*ब्रोकली-*
 ब्रोकली भी विटामिन सी से भरपूर होती है. आधे कप ब्रोकली में 43 फीसदी विटामिन सी होता है. National Institutes of Health के अनुसार आपके शरीर को रोजाना इतने ही विटामिन C की जरूरत होती है. अमेरिका के EHE Health में फिजिशियन डॉक्टर सीमा सरीन का कहना है, 'ब्रोकोली फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होती है जो हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत करती है. इसमें विटामिन E भी होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है और ये बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने में मदद करता है.


*चने-*
 चने में बहुत सारा प्रोटीन होता है. इसमें अमीनो एसिड से बना आवश्यक पोषक तत्व पाया जाता है जो शरीर के ऊतकों को बढ़ने और मजबूत करने में मदद करता है. Academy of Nutrition and Dietetics के अनुसार, यह एंजाइमों को सही ढंग से बनाए रखता है ताकि हमारे शरीर का सिस्टम ठीक से काम कर सके. डाइटिशियन एमिली वंडर का कहना है कि चने में प्रचुर मात्रा में जिंक पाया जाता है जो इम्यून सिस्टम और इम्यून रिस्पॉन्स को नियंत्रित करता है.


*स्ट्रॉबेरी-*
डाइटिशियन एमिली वंडर का कहना है कि एक दिन के विटामिन C की जरूरत को पूरा करने के लिए आधा कप स्ट्रॉबेरी काफी है क्योंकि आधे कप स्ट्रॉबेरी में 50 फीसदी विटामिन C पाया जाता है. एमिली कहती हैं, 'पर्यावरण की वजह से हमारे कोशिकाओं को कई तरीके से नुकसान पहुंचता है और विटामिन C इन्हें क्षतिग्रस्त होने से बचाता है.'


*लहसुन-*
 डॉक्टर सीमा सरीन का कहना है, 'लहसुन खाने में स्वाद तो बढ़ाता ही है, यह सेहत के लिए भी कई तरीके से फायदेमंद है, जैसे ब्लड प्रेशर और दिल से जुड़े खतरों को कम करना. लहसुन में पाये जाने वाले सल्फर यौगिक की वजह से यह संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है. इसके अलावा ये इम्यूनिटी भी बढ़ाता है. लहसुन शरीर को सर्दी-खांसी से भी बचाता है.


*मशरूम-*
 एमिली वंडर का कहना का कहना है कि विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत सूरज की किरणें ही हैं लेकिन यह मशरूम सहित कुछ खास खाद्य पदार्थों के जरिए भी पाया जा सकता है. 2018 में विटामिन डी स्रोत के रूप में मशरूम के उपयोग पर एक समीक्षा की गई थी. इसमें पाया गया कि मशरूम कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है, जो हड्डियों के लिए अच्छा है. इसके अलावा यह कुछ प्रकार के कैंसर और श्वसन रोगों से भी रक्षा करता है.


*पालक-*
 डॉक्टर सरीन कहती हैं, 'पालक विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर होता है जो पर्यावरण से होने वाले नुकसान से हमारी कोशिकाओं को बचाता है. इसके अलावा, इसमें बीटा कैरोटीन पाया जाता है, जो विटामिन A का मुख्य स्रोत है. विटामिन A इम्यून फंक्शन को सही ढंग से चलाने के लिए जरूरी होता है. ब्रोकली की तरह ही पालक को भी कच्चा या थोड़ा ही पकाया जाना अच्छा माना जाता है.


*योगर्ट-*
योगर्ट प्रोबायोटिक्स का सबसे अच्छा स्रोत है. डॉक्टर सरीन के अनुसार यह अच्छा बैक्टीरिया होता है, जो इम्यून सिस्टम और पाचन तंत्र को सही रखता है. हाल ही में हुए कुछ अध्ययनों में भी प्रोबायोटिक्स को सामान्य सर्दी और इन्फ्लूएंजा जैसे श्वसन संक्रमण से लड़ने में प्रभावी पाया गया है. डॉक्टर सरीन फ्लेवर्ड की बजाय सादा योगर्ट खाने की सलाह देती हैं.


*सूरजमुखी के बीज*
डाइटिशियन एमिली कहती हैं, 'सूरजमुखी के बीज में खूब सारा विटामिन E पाया जाता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है और इम्यूस सिस्टम को बढ़ाने में मदद करता है.' National Institutes of Health के अनुसार सूखे भुने हुए सूरजमुखी के बीज का केवल एक औंस आपको एक दिन में 49 फीसदी विटामिन E दे सकता है.


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