Saturday, February 3, 2018

Cough and Cold

*जुकाम की प्राकृतिक चिकित्सा*

जुकाम का कारण है शरीर में काफी मात्र में कफ एकत्र हो जाना. यदि उसके साथ खांसी भी हो तो उसका कारण होता है कफ के साथ ही पुराना क़ब्ज़ होना। यदि उसके साथ छींकें भी आ रही हों तो उसका कारण है श्वांस नली में रुकावट आना। इन सबका इलाज मोटे तौर पर एक जैसा ही है। शरीर से कफ को निकालना और रुकावटों को दूर करना पहली आवश्यकता है।

इन शिकायतों को दूर करने के लिए निम्नलिखित कार्य करें-

१. सुबह उठते ही एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नींबू निचोड़कर और एक चम्मच शहद मिलाकर पियें। फिर ५ मिनट बाद शौच जायें।

२. शौच के बाद २-३ मिनट तक पेडू पर खूब ठंडे पानी में तौलिया भिगोकर पोंछा लगायें और उसके बाद डेढ़-दो किमी या आधा-पौन घंटा तेज़ चाल से टहलें।

३. टहलने के बाद कफ को निकालने और श्वांस नली की रुकावटें दूर करने के लिए ५ मिनट भस्त्रिका, ५ मिनट कपालभाति और ५ मिनट अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।

४. दिन भर में साढ़े तीन-चार लीटर सादा या गुनगुना पानी पियें। यानी हर घंटे पर एक पाव। जितनी बार पानी पियेंगे उतनी बार पेशाब आयेगा। उसे रोकना नहीं है।

५. रात को सोते समय एक चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी से लें।

६. परहेज़- फ्रिज का ठंडा पानी, चिकनाई, चीनी तथा कफ कारक वस्तुएँ। अगर चाय छोड़ सकें तो बेहतर, नहीं तो उसके स्थान पर ग्रीन टी पियें।

७. नाक या गले से जो बलगम निकल रहा हो उसको निकालते जायें और रूमाल से पोंछते जाएँ. भूलकर भी उसे वापस न खींचें.

इस कार्यक्रम का पालन करने से कैसा भी जुकाम, खाँसी आदि हो, केवल एक-दो सप्ताह में जड़ से समाप्त हो जायेगा.

-- *विजय कुमार सिंघल*
आषाढ़ शुक्ल ४, सं. २०७३ वि. (८ जुलाई २०१६)

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